भारत में ग्लोबल एनकैप की तर्ज पर जल्द ही ‘Bharat NCAP’ क्रैश टेस्ट प्रोग्राम शुरू किया जाएगा। एक रिपोर्ट की मानें तो सड़क,परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की ओर से इसे लेकर जल्द एक ड्राफ्ट नोटिफिकेशन जारी कर दिया जाएगा। केंद्र सरकार के अधीन पुणे स्थित सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ रोड ट्रांसपोर्ट (CIRT) देश में ‘Bharat NCAP’ पहल की शुरूआत करेगी जिसमें सड़क,परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय का दखल भी होने के आसार हैं। सबसे बड़ी बात ये है कि इस पहल में ग्लोबल न्यू कार असेसमेंट प्रोग्राम यानी Global NCAP की भूमिका भी होगी। हालांकि भारत एनकैप का खाका तैयार किया जाना अभी बाकी है।
बता दें कि ग्लोबल एनकैप जल्द ही अपने टेस्ट के प्रोटोकॉल्स में बदलाव करने जा रही है। जुलाई 2022 से ग्लोबल एनकैप की ओर से इंडियन और अफ्रीकन कारों का टेस्ट किया जाएगा। नए प्रोटोकॉल्स के तहत अब कारों का साइड इंपेक्ट टेस्ट भी किया जाएगा।
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अभी तक भारत सरकार द्वारा अनिवार्य क्रैश टेस्ट और भारत एनकैप पहल के बीच कारों की निर्धारित स्पीड पर क्रैश टेस्ट करने का एक बड़ा अंतर होगा। जहां अभी तक 56 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से कारों का क्रैश टेस्ट किया जा रहा था तो वहीं भारत एनकैप में 64 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड पर क्रैश टेस्ट किया जाएगा।
अब तक देश की 50 कारों का टेस्ट कर चुकी ग्लोबल एनकैप
बता दें कि 2014 में शुरू किए गए ‘Safer Cars for India campaign’ के तहत ग्लोबल एनकैप की ओर से 50 कारों का क्रैश टेस्ट किया जा चुका है। इसके बाद कई कार मैन्युुफैक्चरर्स ने ग्लोबल एनकैप प्रोटोकॉल्स को स्वीकार भी किया। भारत एनकैप भी ग्लोबल एनकैप के प्रोटोकॉल्स के तहत ही काम करेगी जिसमें इंडियन कंडीशन को देखते हुए भी कुछ आयाम तय किए जाएंगे। आने वाले समय में देश में इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी प्रोग्राम जैसा कार सेफ्टी फीचर अनिवार्य किया जा सकता है। इसका नोटिफिकेशन भी सरकार की ओर से जारी कर दिया गया है। वहीं भारत एनकैप क्रैश टेस्ट में हाई स्कोर पाने के लिए 3 पॉइन्ट सीट बेल्ट का फीचर देना काफी कारगर साबित हो सकता है।
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