ऑटो इंडस्ट्री

दुनिया की चौथी सबसे मूल्यवान कार कंपनी बनी टेस्ला

Tesla Model S

इस आंकड़े के साथ टेस्ला ने जर्मन कंपनी बीएमडब्ल्यू को पीछे छोड़ दिया है जिसकी नेटव​र्थ कीमत 54.85 बिलियन डॉलर है.

इयॉन मस्क की लग्जरी कार निर्माता कंपनी टेस्ला दुनिया की तेजी से बढ़ने वाली आॅटोमोबाइल कंपनी में एक हो गई है. 61.6 बिलियन डॉलर की अमेरिका की ये आॅटो निर्माता कंपनी अब दुनिया की चौथी सबसे मूल्यवान कार कंपनी बन गई है. इस आंकड़े के साथ टेस्ला ने जर्मन कंपनी बीएमडब्ल्यू को पीछे छोड़ दिया है जिसकी नेटव​र्थ कीमत 54.85 बिलियन डॉलर है. हालांकि बीएमडब्ल्यू अभी भी जनरल मोटर्स और फोर्ड मोटर्स से आगे बिजनेस कर रही है. टेस्ला ने अब चौथी पोजीशन बरकरार करने के लिए 280 मिलियन डॉलर का एक बड़ा अंतर कायम कर लिया है. पढ़े – टेस्ला मॉडल 3 इलेक्ट्रिक सेडान से जुड़ी सभी बातें 

टेस्ला को 2016 में 773 मिलियन डॉलर का बड़ा नुकसान हुआ, इसके बावजूद ये तमाम स्थापित कार निर्माता कंपनियों को कड़ी टक्कर दे रही है. टेस्ला में कारोबार की क्षमता को देखते हुए ही तमाम निवेशक इसमें बड़ा पैसा लगाने को तैयार हैं. ये सभी कंपनी के पास इलेक्ट्रिक व्हीकल के लिए मौजूद आधुनिक डिजाइन अप्रोच और भविष्य की आने वाली आॅटोमैटिक सॉफ्टवेयर के कारण है. इयॉन मस्क ने वादा किया था कि वो कंपनी का प्रोडक्शन पांच लाख यूनिट तक 2018 में बढ़ाएंगे. पिछले साल कंपनी ने 76230 कारों का प्रोडक्शन किया था जिसमें से अकेले 40 हजार को तो अमेरिकी बाजार में उतारा गया.

ग्लोबल आॅटोमोटिव मार्केट की बात करें तो पहले स्थान पर टोयोटा, दूसरे पर डैमलर एजी और तीसरे स्थान पर फॉक्सवैगन मौजूद है. टोयोटा का मार्केट कैपिटल 172 बिलियन डॉलर है जबकि फॉक्सवैगन का 68 बिलियन डॉलर और डैमलर एजी का 78 बिलियन डॉलर है. पढ़े – टेस्ला मॉडल Y का टीजर हुआ जारी

2003 में स्थापित की गई टेस्ला मोटर्स आज इलेक्ट्रिक कारों का निर्माण करती है जिसमें तमाम लग्जरी इक्वीप्मेंट्स भी देती है. कंपनी ने अपनी पहले इलेक्ट्रिक स्पोर्ट्स कार टेस्ला रोडस्टर को 2008 में लॉन्च किया था. इसके बाद मॉडल S (2012) और मॉडल X (2015)को उतारा गया. एक साल की लॉन्चिंग के अंदर ही मॉडल S दुनिया की टॉप सेलिंग इलेक्ट्रिक कार बन गई. दिसंबर 2016 तक अमेरिकी इलेक्ट्रिक कार निर्माता कंपनी ने कुल 186000 यूनिट को पूरी दुनिया में बेचा है.

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