इलेक्ट्रिक व्हीकल में लगातार आगे जाने की भारत की कोशिश पर टेस्ला के सीईओ इआॅन मस्क का ध्यान गया. इसके बाद उन्होंने ट्वीट किया, भारत 2030 तक सिर्फ इलेक्ट्रिक कारें बेचने के लिए प्रतिबद्ध है. ये पहले से ही सोलर पावर का सबसे बड़ा बाजार है. टेस्ला जोकि इस साल भारत में अपना कारोबार चाहता था और उसे उसके पॉपुलर मॉडल 3 के लिए भारतीय खरीदारों की तरफ से कुछ बुकिंग भी मिल गई थी, ने अब तक अपनी योजना के बारे में सुनिश्चित जानकारी नहीं दी है.
हालांकि मस्क के 1 जून के ट्वीट के बाद महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा की प्रतिक्रिया मिल चुकी है. महिंद्रा इस समय भारत की इकलौती कंपनी है जो इलेक्ट्रिक व्हीकल तैयार कर रही है. इस ट्वीट के माध्यम से आनंद महिंद्रा ने न सिर्फ मस्क को भारत में आकर अपना कारोबार शुरू करने का न्योता दिया बल्कि भारत में इलेक्ट्रिक व्हीकल के लिए बढ़ती संभावनाओं के बारे में अपने कमेंट से भी समझाया. उन्होंने ट्वीट में लिखा, जितना ज्यादा उतना ही अच्छा. यानी उन्होंने मस्क को ये समझाने की कोशिश भी की कि भारत में इलेक्ट्रिक व्हीकल के लिए जितनी ज्यादा कोशिश होगी उतनी ही ज्यादा संभावनाएं और सफलता भी खड़ी होंगी.
Time you got out here Elon. You don't want to leave that whole market to Mahindra do you?? The more the merrier–and greener..! https://t.co/IPoA9viDRN
— anand mahindra (@anandmahindra) June 2, 2017
टेस्ला और उनके संस्थापक इआॅन मस्क हमेशा से इलेक्ट्रिक कार के लिए एक प्रचारक के तौर पर सामने आते रहे हैं. पिछले महीने मस्क से एक दूसरे ट्विटर यूजर ने पूछा था, आपकी भारत में कार बेचने को लेकर क्या योजनाएं हैं. इसके जवाब में उन्होंने कहा था कि भारत में कुछ पॉलिसी फ्रेमवर्क के कारण मैनुफैक्चरिंग बेस बनाने में दिक्कत आ रही है. इस समस्या को केंद्र सरकार के ट्विटर हैंडल पर न सिर्फ उठाया गया बल्कि उन्हें स्वागत के साथ मददगार प्लेटफार्म खड़ा करने का भरोसा भी दिया गया.
ट्विटर पर मस्क के पोस्ट और महिंद्रा के आह्वान ही नहीं बल्कि भारत सरकार भी ई मोबाइलिटी को देश में बढ़ावा देने के लिए उत्सुक है. आने वाले समय में निश्चित तौर पर ई व्हीकल का जमाना तेजी से बढ़ने वाला है.