खाई में गिरते समय काफी बार नेक्सन ने पलटी खाई थी जिसके बाद इसकी पूरी बॉडी पर काफी डैमेज को भी स्पॉट किया जा सकता है।
कड़ाके की सर्दी के बीच उत्तर भारत के पहाड़ी राज्यों में बर्फबारी का दौर जारी है और रोमांच के लिए काफी लोग इस समय पहाड़ो की ओर रुख भी करते हैं। हालांकि इस समय इन इलाकों में कार समेत पहुंचना खतरे से खाली नहीं होता है क्योंकि आमतौर पर सड़कों में काफी फिसलन होती है। हाल ही में हिमाचल प्रदेश से एक घटना सामने आई है जहां टाटा नेक्सन 200 फीट गहरी खाई में नीचे गिरी है और इसके बाद क्या देश की सबसे सेफ मानी जाने वाली इस एसयूवी में सवार पैसेंजर्स की जान बच पाई? इसकी पूरी कहानी आप पढ़िए आगे:
रिपोर्ट की मानें तो सड़क से फिसलने के बाद टाटा नेक्सन एक 200 फीट गहरी खाई में गिर जाती है मगर इसी दौरान इस कार की स्ट्रॉन्ग बिल्ड क्वालिटी और सेफ्टी पैरामीटर्स ने एकबार फिर अपना चम्तकार दिखाया और व्हीकल में सवार दोनों पैसेंजर बिना किसी खंरोच के सुरक्षित बाहर आ गए।
खाई में गिरी टाटा नेक्सन को इसके बाद क्रेन की सहायता से बाहर निकाला गया। खाई में गिरते समय काफी बार नेक्सन ने पलटी खाई थी जिसके बाद इसकी पूरी बॉडी पर काफी डैमेज को भी स्पॉट किया जा सकता है। माना जा रहा है कि दोनों पैसेंजर्स द्वारा सीटबेल्ट बांधने के चलते वो इस खतरनाक हादसे में बाल बाल बच गए।
देश की पहली सेफ कार का मिल चुका है टैग
बता दें ग्लोबल एनकैप की ओर से टाटा नेक्सन को सेफ्टी के मोर्चे पर 17 में से 16.06 पॉइन्ट्स मिल चुके हैं जो अब तक किसी मेड इन इंडिया कार को नहीं मिले हैं। इससे पहले जब ग्लोबल एनकैप ने इस कार का टेस्ट किया था तो तभी छोटी मोटी कमियों के कारण इसे 4 स्टार सेफ्टी रेटिंग दी गई थी। एडल्ट प्रोटेक्शन कैटेगरी में इसे 17 में से 16.06 पॉइन्ट्स मिले थे वहीं चाइल्ड प्रोटेक्शन कैटेगरी में इसे 49 में से 25 पॉइन्ट्स दिए गए। बता दें कि टाटा नेक्सन एसयूवी में दो एयरबैग और एबीएस, इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल, ट्रेक्शन कंट्रोल, रोलओवर मिटिगेशन और इमरजेंसी ब्रेक असिस्ट जैसे फीचर्स स्टैंडर्ड दिए गए हैं।
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बर्फबारी में ऐसे करें सेफ ड्राइविंग
बर्फीले इलाकों में जहां तापमान 0 से नीचे चला जाता है तो वहां रातों रात बर्फ जम जाती है। सड़कों पर बहता पानी इस समय जम जाता है जिससे सतह फिसलन भरी हो जाती है। ऐसे रास्तों की पहचान कर पाना काफी मुश्किल होता है क्योंकि अक्सर ऐसे रास्ते आपको गीले ही दिखाई देने लगते हैं। यहां अचानक से ब्रेक लगाने पर अक्सर बाइकें फिसल जाती है क्योंकि बाइकर्स घबराहट में ब्रेक लगा देते हैं। ऐसे में सबसे अच्छा तरीका यही होगा कि आप ऐसी घटनाओं के बारे में अच्छे से पढ़ें जो हम अक्सर हमारे पोर्टल के जरिए आप तक पहुंचाते रहते हैं। इसके अलावा यदि आप सुबह सुबह ड्राइव कर रहे हैं तो सड़क पर अपनी नजरें गढ़ाए रहें और यदि आपको सड़क जरा सी भी गीली नजर आए तो अपना व्हीकल स्लो कर लें। बर्फ पर चलते समय कॉन्सटेंट स्पीड पर ही अपना व्हीकल ड्राइव करें और जहां तक हो सके गियर बदलने की कोशिश ना करें। आपके टायरों की कंडीशन भी काफी अच्छी होनी चाहिए जो आपको जरूरत के अनुसार ग्रिल दे सके।
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