इंडियन ऑटो इंडस्ट्री के लिए जहां साल 2020 काफी भारी गया था वहीं 2021 में इंडस्ट्री ने एक बार फिर से उठने की कोशिश की और ओमिक्रॉन महामारी के बीच इंडस्ट्री 2022 का स्वागत करने के लिए तैयार है। चलिए एक बार नजर डालते हैं 2021 में भारतीय ऑटो इंडस्ट्री में घटे कुछ प्रमुख घटनाक्रमों पर:
व्हीकल स्क्रैप पॉलिसी: ऑटो इंडस्ट्री के लिए एक प्रमुख घोषणा
केंद्र सरकार ने आखिरकार देश में Vehicle Scrappage Policy लागू करने की घोषणा कर दी है। सबसे पहले 1 अप्रैल 2023 से कमर्शियल व्हीकल्स के लिए ये पॉलिसी लागू की जाएगी जिसके तहत पुराने हैवी कमर्शियल व्हीकल्स का फिटनेस टेस्ट होगी। इसके बाद 1 जून 2024 से दूसरे तरह के व्हीकल्स के लिए फिटनेस टेस्ट अनिवार्य कर दिया जाएगा। 15 साल से ज्यादा पुराने प्राइवेट व्हीकल्स और 10 साल से ज्यादा पुराने कमर्शियल व्हीकल्स का रजिस्ट्रेशन साइकल पूरा होने के बाद उन्हें फिटनेस टेस्ट से गुजरना होगा। यदि ऐसे व्हीकल्स टेस्ट में फेल हो जाते हैं तो फिर उन्हें स्क्रैप कर दिया जाएगा। वहीं व्हीकल ओनर्स को नया व्हीकल लेने के लिए कुछ इंसेटिव भी दिया जाएगा। माना जा रहा है कि व्हीकल स्क्रैप पॉलिसी के कारण आने वाले समय में नए व्हीकल्स की मांग में तेजी आएगी और यूज्ड कार खरीदने का चलन भी जोर पकड़ेगा।
इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की मांग में आई तेजी: ये ई-मोबिलिटी के लिए अच्छे संकेत
भारत सरकार ने 2030 तक देश में कार्बन एमिशन को काफी हद तक कम करने का लक्षय रखा है। ऐसे में कई कंपनियों ने इस साल नए इलेक्ट्रिक व्हीकल्स लॉन्च किए तो कई कारमेकर्स ने अपने इलेक्ट्रिक कार लाइनअप से पर्दा भी उठाया है। देश में इस साल सीएनजी,इलेक्ट्रिक और हाइब्रिड कारों की मांग में काफी तेजी से उछाल आया है। जहां टाटा ने इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के लिए एक अलग से नई फर्म तैयार करने की घोषणा की है तो वहीं महिंद्रा ने देश में 2027 तक 8 इलेक्ट्रिक व्हीकल्स लॉन्च करने का ऐलान किया है। हुंडई भी 2028 तक देश में 6 ईवी लॉन्च करेगी। वहीं लग्जरी कारमेकर्स ने भी अपनी ईवी पॉलिसी तैयार कर ली है।
सेफ्टी को प्रायोरिटी
भारत में कुछ सालों से व्हीकल्स की सेफ्टी को काफी अहमियत दी जाने लगी है। ना सिर्फ अब देश में सेफ कारें तैयार की जा रही है बल्कि सरकार भी इसको लेकर काफी सजग हो गई है। इस साल 1 अप्रेल से भारत सरकार ने कारों में ड्युअल एयरबैग को अनिवार्य किया गया है। यानी अब कार मैन्युफैक्चरर्स को अपनी एंट्री लेवल कारों तक में दो एयरबैग तो जरूरी तौर पर देने ही होंगे।
इंडस्ट्री के लिए नया चैलेंज: सेमी कंडक्टर चिप्स की शॉर्टेज
इस साल ऑटो इंडस्ट्री पर कोरोना की मार से ज्यादा सेमी कंडक्टर चिप्स की शॉर्टेज रही है। इसी के कारण महिंद्रा एक्सयूवी700 जैसी कई नई कारों पर 18 महीने तक का वेटिंग पीरियड पहुंच चुका है। इसके लिए भारत सरकार ने हाल ही में आत्मनिर्भर बनने का प्लान तैयार किया है। सरकार ने देश में ही सेमी कंडक्टर तैयार करने के लिए 7600 करोड़ रुपये के पैकेज का ऐलान किया है। हालांकि अभी भारत समेत पूरी दुनिया को आने वाले समय में सेमी कंडक्टर की शॉर्टेज का सामना करना ही पड़ेगा।
फ्लेक्स फ्यूल इंजन: पेट्रोल के मुकाबले एक नया विकल्प
पेट्रोल और डीजल की इस साल बेतहाशा प्राइस बढ़ी है वहीं सरकार की तरफ से देश में फ्लेक्स फ्यूल पर चलने वाले व्हीकल्स तैयार करने के लिए कारमेकर्स को 6 महीने का एक टाइम पीरियड दिया है। इस साल की शुरुआत में सरकार ने ई20 ईंधन को 2023 तक लाने का लक्ष्य रखा था। E20 बीस प्रतिशत इथेनॉल के साथ मिश्रित पेट्रोल का ही एक टाइप होता है। देश के 80 प्रतिशत हिस्से को वर्तमान में E10 ईंधन मिल रहा है, जिसमें अगले साल तक पूरे भारत में उपलब्ध हो जाएगा। लेकिन सरकार का लक्ष्य फ्लेक्स फ्यूल के साथ प्योर इथेनॉल पेश करना है। हालांकि सरकार ने एडवाइजरी तो जारी कर दी है, लेकिन इस बात की गारंटी नहीं है कि कार मेकर्स दी गई डेडलाइन के अंतर्गत ऐसे इंजन तैयार कर पाएगी कि नहीं। मारुति सुजुकी ने कुछ समय पहले ऐलान किया था कि वे भारत के लिए फ्लेक्स-फ्यूल व्हीकल डेवलप करना चाह रहे हैं, हालांकि कंपनी ऐसे व्हीकल्स कब तक पेश करेगी इसके लिए कोई टाइमलाइन नहीं बताई गई। कंपनी का कहना है कि अभी वो इसे लेकर अध्ययन कर रही है। एक ‘फ्लेक्स-फ्यूल इंजन’ एक इंटरनल कंबस्शन इंजन ही होता है जो एक से अधिक टाइप के फ्यूल के मिश्रण पर भी चल सकता है। आमतौर पर इसमें पेट्रोल और इथेनॉल या मेथनॉल के मिश्रण का उपयोग किया जाता है, और सेंसर और ईसीयू प्रोग्रामिंग की मदद से इंजन किसी भी अनुपात में ऑटोमैटिकली किसी भी फ्यूल पर काम कर सकता है।
5 स्टार सेफ्टी रेटिंग लाईं हमारी ये कारें
इस टॉपिक में हम पहले ही ये बात कर चुके हैं कि भारत में कारों की सेफ्टी को अब बहुत ज्यादा महत्वता दी जाने लगी है। नतीजा ये है कि देश में मैन्युफैक्चर हुई कई कारें को इस साल शानदार सेफ्टी रेटिंग दी गई है। टाटा टिगॉर ईवी, महिंद्रा एक्सयूवी700 और पंच इस साल 5 स्टार रेटिंग लाने वाली कारें है।