टाटा नेक्सन को खरीदने के इच्छुक काफी ग्राहकों का सवाल रहता है कि यदि वो इस गाड़ी को अपने घर में लगे होम वॉल बॉक्स चार्जर से चार्ज करते हैं तो उनकी कितनी यूनिट बिजली खर्च होगी। ऐसे में हम आपके लिए इस गाड़ी को चार्ज करने में खर्च होने वाली बिजली का पूरी कैलकुलेशन बताने जा रहे हैं जिसके लिए आप इस आर्टिकल को आखिर तक पढ़ें।
ऑटो इंडस्ट्री के आकलन की मानें तो भारत में 2030 तक पैसेंजर व्हीकल सेगमेंट की सेल्स में इलेक्ट्रिक गाड़ियों की करीब 30 प्रतिशत की हिस्सेदारी होगी। वहीं जिस तरह से पेट्रोल और डीजल के दाम बेतहाशा बढ़ रहे हैं उन्हें देखते हुए अब काफी लोग वैकल्किप ईंधन से चलने वाले व्हीकल्स की ओर भी अपना रूख करने के बारे में सोचेंगे। देश में अभी इलेक्ट्रिक कारों के नाम पर केवल 4 मॉडल मौजूद हैं जिनमें सबसे अफोर्डेबल टाटा नेक्सन इलेक्ट्रिक एसयूवी है। 13.99 लाख रुपये से लेकर 16.56 लाख रुपये के बीच है। जनवरी 2020 से लेकर अब तक इस कार की करीब पूरे देशभर में 4000 से ज्यादा यूनिट्स बिक चुकी है। इस कार में 30.2 केडब्ल्यूएच के बैट्री पैक के साथ 129 पीएस और 245 एनएम के आउटपुट वाली इलेक्ट्रिक मोटर दी गई है। डीसी फास्ट चार्जर से इसकी बैटरी को 0 से 80 फीसदी चार्ज होने में 60 मिनट लगते हैं, वहीं 15 एम्पीयर प्लग इन चार्जर से इसे 10 से 90 फीसदी चार्ज होने में करीब 8.5 घंटा लगते हैं। फुल चार्ज के बाद इस एसयूवी को करीब 312 किलोमीटर तक ड्राइव किया जा सकता है। टाटा नेक्सन को खरीदने के इच्छुक काफी ग्राहकों का सवाल रहता है कि यदि वो इस गाड़ी को अपने घर में लगे होम वॉल बॉक्स चार्जर से चार्ज करते हैं तो उनकी कितनी यूनिट बिजली खर्च होगी। ऐसे में हम आपके लिए इस गाड़ी को चार्ज करने में खर्च होने वाली बिजली का पूरी कैलकुलेशन बताने जा रहे हैं जिसके लिए आप इस आर्टिकल को आखिर तक पढ़ें।
हमनें टाटा नेक्सन ईवी की प्रति किलोमीटर मेंटेनेंस कॉस्ट को कंपेयर करने के लिए टाटा नेक्सन एसयूवी के रेगुलर मॉडल को इसमें शामिल किया है। हमनें इसमें नेक्सन के पेट्रोल एएमटी का उदाहरण लिया है जिससे आपको दोनों कारों के मेंटेनेंस पर होने वाले खर्चे का पूरा ब्यौरा मिलेगा।
टाटा नेक्सन पेट्रोल एएमटी मॉडल का माइलेज करीब 16 किलोमीटर प्रति लीटर बताया जाता है। ऐसे में उदाहरण के तौर पर मानिए कि आप प्रति वर्ष अपनी नेक्सन पेट्रोल एएमटी को 10,000 किलोमीटर ड्राइव करते हैं और राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले में रहते है जहां इस वक्त पेट्रोल की कीमत 102.70 प्रति लीटर है और आप पूरे साल में अपनी गाड़ी में करीब 909 लीटर पेट्रोल डलवाते हैं तो सालभर में पेट्रोल भराने का पूरा खर्च 66,875 रुपये आएगा। इसे इस तरह से भी समझिए कि आप यदि नेक्सन के इस मॉडल को करीब 10 साल भी इस्तेमाल करते हैं तो आप 9090 लीटर पेट्रोल अपनी गाड़ी में भरवाएंगे जिसका कुल खर्च 927180 रुपये आएगा।
चलिए अब टाटा नेक्सन ईवी की टोटल फ्यूल कॉस्ट को रेंज,बैट्री कैपेसिटी और बिजली खर्च प्रति यूनिट के मोर्चे पर कैलकुलेट करते हैं। इसे कैलकुलेट करने के लिए सबसे पहले तो आपको नेक्सन ईवी में दिए गए बैट्री पैक की कैपेसिटी पता होनी चाहिए। ये जानकारी आपको गाड़ी के साथ आने वाले ब्रॉशर में भी मिल जाएगी और इंटरनेट पर भी इसकी जानकारी उपलब्ध है। बता दें कि नेक्शन की बैट्री को एक बार में फुल चार्ज करने के बाद उसमें 30.2 यूनिट इलेक्ट्रिसिटी स्टोर हो जाती है। इस कैलकुलेशन में टाटा नेक्सन ईवी की रेंज को भी शामिल किया जाएगा जो कि एआरएआई के अनुसार 312 किलोमीटर है। वहीं आपके राज्य या शहर में बिजली की प्रति यूनिट रेट भी इस कैलकुलेशन में काम आएगी। इस वक्त पूरे भारत में शायद राजस्थान ही ऐसा राज्य है जहां बिजली की दरें सबसे ज्यादा है तो इस उदाहरण में हम राजस्थान की राजधानी जयपुर में मौजूदा बिजली की दर का उदाहरण लेंगे। बता दें कि इस वक्त जयपुर शहर में 0 से 50 यूनिट बिजली खर्च करने पर 4.75 रुपये और 500 यूनिट से ज्यादा खर्च करने पर 7.95 रुपये वसूले जाते हैं।
चलिए अब इसका पूरा कैलकुलेशन कुछ यूं समझते हैं। टाटा नेक्सन ईवी में 30.2 केडब्ल्यूएच का बैट्री पैक दिया गया है जिसे इसकी एआरएआई रेंज 312 किलोमीटर से भाग देने के बाद प्रति यूनिट इलेक्ट्रिसिटी कॉस्ट से गुणा किया जाएगा। इस तरह से जयपुर में बिजली की प्रति यूनिट दर 6 रुपये मानकर चलें तो इस नेक्सन की प्रति किलोमीटर कॉस्ट 0.580 रुपये आती है।
अब मानिए कि आप टाटा नेक्सन की अपनी इलेक्ट्रिक कार को पूरे 12 महीने मात्र 10,000 किलोमीटर 0.580 रुपये प्रति किलोमीटर रनिंग कॉस्ट के साथ ही चलाते हैं तो आपको पूरे साल में आप मात्र 5800 रुपये के बिजली खर्च में एक कार से अपने रूटीन ड्राइविंग काफी ज्यादा बचत के साथ कर पाएंगे। इसी तरह आप अंदाजा लगा सकते हैं कि 10 साल तक इस कार को मेंटेन करने के बाद आपकी कुल रनिंग कॉस्ट मात्र 58000 रुपये ही आएगी।
निष्कर्ष
तो जैसा कि आप टाटा नेक्सन पेट्रोल एएमटी और नेक्सन ईवी की फ्यूल कॉस्ट के बीच का फर्क देख ही सकतेे हैं। एक तरफ 10 साल तक इस एसयूवी का पेट्रोल वेरिएंट चलाकर आपका खर्च करीब 927180 रुपये आया है जबकि 10 सालों तक इसका इलेक्ट्रिक वर्जन चलाकर आपने 58000 रुपये की ही बिजली खर्च की। ऐसे में फिर आप नेक्सन ईवी खरीदकर कुल 8,69,180 रुपये बचा लिए। ये फर्क इतना बड़ा है कि आप चाहें तो इसमें एक और शानदार कार अफोर्ड कर सकते हैं।