बता दें कि हाइब्रिड व्हीकल्स को इंटरनल कंबस्शन इंजन से ही पावर मिलती है जिनके साथ एक इलेक्ट्रिक मोटर भी दी जाती है। इनमें दी जाने वाली बैट्री इंजन के जरिए ही चार्ज होती है।
हाल ही में सामने आई एक रिपोर्ट के अनुसार मारुति ने इंडियन मार्केट के लिए हाइब्रिड इलेक्ट्रिक व्हीकल तैयार करने शुरू कर दिए हैं। मारुति के साथ टोयोटा भी इन मॉडल्स पर काम कर रही है और अगले महीने तक इनके प्रोटोटाइप मॉडल्स टेस्टिंग फेज में आ सकते हैं। ये हाइब्रिड मॉडल्स सेल्फ चार्जेबल होंगे जिन्हें किसी चार्जिंग नेटवर्क की जरूरत नहीं होगी।
बता दें कि हाइब्रिड व्हीकल्स को इंटरनल कंबस्शन इंजन से ही पावर मिलती है जिनके साथ एक इलेक्ट्रिक मोटर भी दी जाती है। इनमें दी जाने वाली बैट्री इंजन के जरिए ही चार्ज होती है। इलेक्ट्रिक मोटर से फ्यूल इकोनॉमी भी बढ़ती है और पॉल्यूशन भी कम फैलता है।
भारत में अभी इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर काफी लिमिटेड है जिससे अभी काफी लोग इलेक्ट्रिक कार खरीदने के प्रति ज्यादा आकर्षित नहीं होते हैं। वहीं पेट्रोल और डीजल इंजन वाली कारों के मुकाबले इलेक्ट्रिक कारें काफी महंगी भी साबित होती है और ये मिडिल क्लास की जेब पर भारी पड़ती है। इन्हीं चीजों के कारण मारुति जैसे बड़े ब्रांड ने अब तक भारत में कोई इलेक्ट्रिक कार लॉन्च नहीं की है और ना कंपनी 2025 से पहले भारत में कोई नई ईवी लॉन्च नहीं करेगी।
कंपनी का कहना है कि जब तक देश में चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत नहीं हो जाता तब तक कंपनी इलेक्ट्रिक कार लाने के बारे में नहीं सोचेगी। अभी हम टोयोटा के साथ मिलकर कुछ हाइब्रिड प्रोटोटाइप मॉडल्स की टेस्टिंग करेंगे और इस टेक्नोलॉजी से लैस कारें आने वाले 10 से 15 सालों के लिए काफी अच्छी रहेंगी।
गौरतलब है कि मारुति से अलग भारत में टाटा और महिंद्रा जैसी कंपनियां की इलेक्ट्रिक व्हीकल को लेकर पॉलिसी काफी अलग है। टाटा ने कुछ समय पहले घोषणा की थी कि वो मार्केट में 2025 तक 10 नई इलेक्ट्रिक कारें लॉन्च कर देगी। वहीं महिंद्रा ने उस समय तक 6 नई इलेक्ट्रिक कारें उतारने की बात कही है। टाटा की इलेक्ट्रिक सेडान टिगोर तो 31 अगस्त के दिन ही लॉन्च होने जा रही है जबकि महिंद्रा भी इस साल ई केयूवी100 को लॉन्च करने की तैयारी कर रही है।