इंडो जापानी कारमेकर मारुति सुजुकी इलेक्ट्रिक व्हीकल सेगमेंट में 2025 तक एंट्री लेगी। एक मीडिया पब्लिकेशन हाउस से बात करते हुए मारुति सुजुकी के सीईओ हिसाही ताकेउची ने कहा कि इलेक्ट्रिक व्हीकल से जुड़ी टेक्नोलॉजी और बैट्री की कॉस्ट महंगी होने के कारण कंपनी के लिए 10 लाख रुपये तक की अफोर्डेबल इलेक्ट्रिक कार बनाना मुश्किल होगा। उनका मानना है कि तीन साल तक तो इनकी कॉस्ट कम होने के आसार बिल्कुल भी नहीं है। हालांकि उन्होनें कहा कि 10 लाख रुपये से कम बजट वाली इलेक्ट्रिक कार तैयार करना तभी मुमकिन है जब उसमें कम कैपेसिटी वाला बैट्री पैक दिया जाए। मगर फिर ऐसे बैैट्री पैक से कार की रेंज 150 किलोमीटर तक ही मिलेगी।
ताकेउची ने इस बात पर भी गहराई से प्रकाश डाला कि कम कैपेसिटी वाले बैट्री पैक से लैस कारों के लिए देशभर में मजबूत चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर की जरूरत पड़ेगी। बता दें कि कंपनी काफी समय से अपने इलेक्ट्रिक व्हीकल की भारत के मौसम की परिस्थिती के अनुसार टेस्टिंग कर रही है और कंपनी कस्टमर्स की जरूरतों को लेकर भी अध्ययन कर रही है।
मारुति सुजुकी इलेक्ट्रिक कार
रिपोर्ट्स की मानें तो मारुति की पहली इलेक्ट्रिक कार एक मिड साइज एसयूवी होगी जिसकी लंबाई 4.2 मीटर रहेगी। कंपनी अपने पहले इलेक्ट्रिक कार के कॉन्सेप्ट मॉडल को 2023 में आयोजित होने जा रहे ऑटो एक्सपो में शोकेस कर सकती है। ये नई इलेक्ट्रिक कार सुजुकी और टोयोटा के पार्टनरशिप में तैयार की जाएगी जिसे टोयोटा के DNGA मॉड्यूलर प्लेटफॉर्म पर तैयार किया जाएगा।
मारुति की पहली इलेक्ट्रिक कार में दो तरह के बैट्री पैक: 48kWh (138 बीएचपी) और 59kWh (170 बीएचपी) के ऑप्शंस रखे जा सकते हैं। इसकी सिंगल चार्ज रेंज 400 से 500 किलोमीटर हो सकती है। इसके अलावा इस कार में ऑल व्हील ड्राइव सिस्टम भी दिया जा सकता है। कंपनी सबसे पहले इस कार के पेट्रोल मॉडल को लॉन्च करेगी जो दिवाली 2022 तक पेश किया जा सकता है। टोयोटा और मारुति की इन इलेक्ट्रिक कारों का प्रोडक्शन मारुति के गुजरात प्लांट में किया जाएगा।