परिवहन मंत्री ने खुलासा किया कि उन्होंने सभी कारमेकर्स को अपने व्हीकल्स में फ्लेक्स-फ्यूल इंजन पेश करने के लिए एक एडवाइजरी जारी की है।
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री, नितिन गडकरी, लंबे समय से भारत में बेची जाने वाली कारों और मोटरसाइकिलों फ्लेक्स-फ्यूल इंजन के उपयोग की वकालत कर रहे हैं। हाल ही में, एक इंडस्ट्री इवेंट में, परिवहन मंत्री ने खुलासा किया कि उन्होंने सभी कारमेकर्स को अपने व्हीकल्स में फ्लेक्स-फ्यूल इंजन पेश करने के लिए एक एडवाइजरी जारी की है।
काफी बार मीडिया रिपोर्ट्स के जरिए ये बातें सामने आती रही है कि सरकार ने फ्लेक्स फ्यूल इंजन वाले व्हीकल्स को आने वाले 6 महीने में पेश करने के ऑर्डर जारी किए हैं। अब, गडकरी ने कहा है कि उन्होंने हाल ही में फ्लेक्स-फ्यूल इंजन से जुड़ी एक फाइल पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसमें कारमेकर्स को ऐसे इंजन पेश करने की एडवाइज दी गई है जो 100 प्रतिशत इथेनॉल या 100 प्रतिशत पेट्रोल पर चल सकते हैं। इस टेक्नोलॉजी को पेश करने के लिए कारमेकर्स को 6 महीने का वक्त दिया गया है।
क्या होते हैं फ्लेक्स फ्यूल इंजन?
एक ‘फ्लेक्स-फ्यूल इंजन’ एक इंटरनल कंबस्शन इंजन ही होता है जो एक से अधिक टाइप के फ्यूल के मिश्रण पर भी चल सकता है। आमतौर पर इसमें पेट्रोल और इथेनॉल या मेथनॉल के मिश्रण का उपयोग किया जाता है, और सेंसर और ईसीयू प्रोग्रामिंग की मदद से इंजन किसी भी अनुपात में ऑटोमैटिकली किसी भी फ्यूल पर काम कर सकता है। फ्लेक्स-फ्यूल इंजन 100 प्रतिशत पेट्रोल या इथेनॉल पर चलने में सक्षम हैं और ब्राजील, अमेरिका और कनाडा जैसे देशों में ये काफी पहले से उपयोग में लिया जा रहा है।
भारत में फ्लेक्स फ्यूल इंजन वाले व्हीकल्स का क्या है स्कोप?
हालांकि सरकार ने एडवाइजरी तो जारी कर दी है, लेकिन इस बात की गारंटी नहीं है कि कार मेकर्स दी गई डेडलाइन के अंतर्गत ऐसे इंजन तैयार कर पाएगी कि नहीं। मारुति सुजुकी ने कुछ समय पहले ऐलान किया था कि वे भारत के लिए फ्लेक्स-फ्यूल व्हीकल डेवलप करना चाह रहे हैं, हालांकि कंपनी ऐसे व्हीकल्स कब तक पेश करेगी इसके लिए कोई टाइमलाइन नहीं बताई गई। कंपनी का कहना है कि अभी वो इसे लेकर अध्ययन कर रही है। बता दें कि टीवीएस के पोर्टफोलियो में फ्लेक्स फ्यूल इंजन वाली बाइक शामिल हो गई है जिसका जिक्र गडकरी ने इवेंट में किया भी है। टीवीएस ने 2019 में Apache RTR 200 का फ्लेक्स फ्यूल इंजन वाला वर्जन लॉन्च किया था जो 100 प्रतिशत इथेनॉल पर चल सकती है।
इस साल की शुरुआत में सरकार ने ई20 ईंधन को 2023 तक लाने का लक्ष्य रखा था। E20 बीस प्रतिशत इथेनॉल के साथ मिश्रित पेट्रोल का ही एक टाइप होता है। देश के 80 प्रतिशत हिस्से को वर्तमान में E10 ईंधन मिल रहा है, जिसमें अगले साल तक पूरे भारत में उपलब्ध हो जाएगा। लेकिन सरकार का लक्षय फ्लेक्स फ्यूल के साथ प्योर इथेनॉल पेश करना है