टोयोटा ने हाल ही में इंडियन मार्केट में नई अर्बन क्रूजर हाइराइडर मिड साइज एसयूवी से पर्दा उठाया है। कस्टमर्स के लिए अब इस कार का डिस्प्ले मॉडल लगभग हर टोयोटा डीलरशिप पर पहुंचना शुरू हो गया है। नई हाइराइडर का प्रोडक्शन अगस्त 2022 से टोयोटा के बिदाड़ी प्लांट में शुरू किया जाएगा। इच्छुक ग्राहक 25,000 रुपये के टोकन अमाउंट पर इसे बुक करा सकते हैं।
नई अर्बन क्रूजर हाइराइडर टोयोटा के लेटेस्ट फ्यूल एफिशिएंट हाइब्रिड पावरट्रेन से लैस होने वाला मॉडल है। कंपनी का दावा है कि इस एसयूवी को 25 किलोमीटर तक पूरी तरह से इलेक्ट्रिक मोड पर ड्राइव किया जा सकता है। ये अपने सेगमेंट का ऑल व्हील ड्राइव सिस्टम से लैस पहला मॉडल भी है जिसमें 4×4 ड्राइवट्रेन केवल माइल्ड हाइब्रिड सिस्टम वाले इंजन ऑप्शन के साथ दी जाएगी।
केवल हाइराइडर ही नहीं टोयोटा इंडियन मार्केट के लिए Innova HyCross MPV कार भी तैयार कर रही है। इस 3 रो एमपीवी को काफी बार टेस्टिंग के दौरान स्पॉट किया जा चुका है। इसका ग्लोबल डेब्यू इस साल दिवाली के आसपास फेस्टिवल सीजन के दौरान हो सकता है। साथ ही या तो इस साल के आखिर तक या फिर नए साल की शुरूआत तक ये कार मार्केट में लॉन्च की जा सकती है।
जैसा कि इसके नाम से ही झलक रहा है। नई टोयोटा हाइराइडर में भी कंपनी स्ट्रॉन्ग हाइब्रिड पावरट्रेन देगी। ये इनोवा क्रिस्टा के साथ बिक्री के लिए उपलब्ध रहेगी जो प्राइवेट कस्टमर के साथ साथ फ्लीट ऑपरेटर्स के बीच काफी पॉपुलर है। इसके मौजूद मॉडल को भी कंपनी फ्लीट ऑपरेटर्स को ध्यान में रखते हुए अपडेट दे सकती है।
बता दें कि टोयोटा इनोवा क्रिस्टा का मौजूद मॉडल लैडर ऑन फ्रेम चेसिस पर तैयार किया गया है। जबकि इनोवा हाइक्रॉस को मोनोकॉक प्लेटफॉर्म पर तैयार किया जाएगा। इसका व्हीलबेस साइज 2850 मिलीमीटर हो सकता है जो इनोवा क्रिस्टा से 100 मिलीमीटर लंबी कार साबित होगी। इस नए मॉडल का प्रोफाइल क्रॉसओवर कार जैसा होगा। इसमें इंडोनेशिया और थाईलैंड में बिकने वाली Veloz MPV जैसे डिजाइन एलिमेंट्स नजर आ सकते हैं। मोनोकॉक प्लेटफॉर्म पर तैयार होने से नई इनोवा हाइक्रॉस इनोवा क्रिस्टा से ज्यादा हल्की साबित होगी। इससे परफॉर्मेंस के साथ अच्छी फ्यूल एफिशिएंसी भी मिलेगी।
पिछली बार सामने आई रिपोर्ट्स की मानें तो नई टोयोटा इनोवा हाइक्रॉस में 2.0 लीटर पेट्रोल हाइब्रिड पावरट्रेन दिया जा सकता है। कंपनी इसमें मेड इन इंडिया हाइब्रिड सिस्टम दे सकती है। इस सिस्टम के तहत अच्छी टॉर्क और एफिशिएंसी मिलती है। नई हाइक्रॉस में डीजल इंजन का ऑप्शन दिए जाने के चांस बेहद कम है।