फोक्सवैगन पोलो इंडिया में काफी प्रीमियम और अच्छी परफॉर्मेंस देने वाली हैचबैक कारों में टॉप की गिनती में आती है। स्पोर्टी ड्राइविंग के शौकीन लोगों मेंं आज भी ये कार काफी पॉपुलर है। इसी के चलते लंबे समय से जनरेशन अपडेट नहीं मिलने के बावजूद भी इस कार को ग्राहकों से अच्छा खासा रिस्पॉन्स मिल रहा है। मगर एक कस्टमर को नई पोलो हैचबैक खरीदने के महज 7 महीनों के अंदर ही इतना बुरा एक्सपीरियंस मिला कि उन्होने एक पब्लिक फोरम पर लोगों से फोक्सवैगन कंपनी पर बिल्कुल भी विश्वास नहीं करने की अपील कर डाली। राजेश कुमार नाम के इस कस्टमर ने अपने साथ हुए इस बुरे एक्सपीरियंस को खुलकर शेयर भी किया है जिसके बाद उनकी ये स्टोरी जानकर काफी लोगों ने भी अपनी ओर से कंपनी के खिलाफ शिकायतें की हैं। क्या कुछ हुआ इस कस्टमर के साथ ये आप जानेंगे आगे।
दरअसल राजेश कुमार नाम के शख्स ने 15 सितंबर 2020 को फोक्सवैगन पोलो का 1.0 लीटर टीएसआई मॉडल खरीदा था। मगर नई पोलो खरीदने के 7 महीने बाद ही यानी 9 मई 2021 के दिन उनकी गाड़ी का इंजन फेल हो गया जिसके बाद से उनकी कार कंपनी के सर्विस सेंटर पर ही खड़ी है। राजेश ने पब्लिक फोरम पर जानकारी दी कि जब उन्होनें इस बारे में फोक्सवैगन से संपर्क करना चाहा तो कंपनी की ओर से उन्हें कोई रिस्पॉन्स नहीं मिला। उनका ये भी कहना है कि कंपनी इंजन की खराब क्वालिटी की जिम्मेदारी लेना ही नहीं चाहती है। उन्होनें कहा कि चूंकि उन्होनें डीलरशिप के जरिए ये कार खरीदी है तो कंपनी इस तरह के बड़े नुकसान से कंपनी खुद को अलग रखना चाह रही है।
इंजन बदलने के बजाए पार्ट्स लगाने की खानापूर्ति
डीलर ने उन्हें बताया कि उनकी कार के इंजन के एक सिलेंडर में खराबी आ गई है। ऐसे में जब कस्टमर ने उन्हें इंजन को रिप्लेस करने के लिए कहा तो डीलरशिप्स से उन्हें जवाब मिला कि फैक्ट्री में पार्ट्स की शॉर्टेज चल रही है और वो पार्ट्स कब तक आएंगे उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है। ऐसे में कस्टमर का मानना है कि डीलर इंजन को पूरी तरह से रिप्लेस ना करते हुए उसमें कुछ पार्ट्स लगा देंगे। ऐसे में इस बात की क्या गारंटी है कि ये नया का नया इंजन इतनी बुरी तरह से फेल होने के बार क्या फिर से नया जैसा हो जाएगा और कितने समय तक साथ देगा। वहीं डीलर ने इंजन बदलने की भी उन्हें कोई गारंटी नहीं दी है जबकि अभी गाड़ी वॉरन्टी पीरियड में भी है। वहीं उन्हें तो अब ये भी नहीं पता कि उनकी कार कब तक सर्विस सेंटर में यूं ही खड़ी रहेगी।
कस्टमर ने अपनी नई फोक्सवैगन पोलो के बारे में जानकारी शेयर करते हुए लिखा कि उन्हें ये कार खरीदे हुए महज 7 महीने ही हुए हैं और उन्होनें इसे मात्र 25000 किलोमीटर ही ड्राइव किया है।
काफी पावरफुल है फोक्सवैगन पोलो में दिया गया 1.0 लीटर टीएसआई इंजन
फोक्सवैगन जैसे ब्रांड्स की ओर से उसकी कार में दिया गया नया का नया इंजन फेल होने की घटना तो हैरान करती ही है साथ ही ताज्जूब की बात ये भी है कि कंपनी इस तरह के मामले को बिल्कुल भी गंभीरता से नहीं ले रही है। बता दें कि पोलो हैचबैक के हाईलाइन+, पोलो टीएसआई और जीटी वेरिएंट में ये पावरफुल 1.0-लीटर टीएसआई पेट्रोल इंजन दिया गया है जो 110 बीएचपी की पावर और 175 एनएम का टॉर्क जनरेट करता है। इस इंजन के साथ 6 स्पीड मैनुअल और 6 स्पीड ऑटोमैटिक गियरबॉक्स की चॉइस रखी गई है। इस कार की प्राइस 6.16 लाख रुपये से शुरू होती है जो कि 9.99 लाख रुपये तक पहुंचती है। बात की जाए इसके 1.0 टीएसआई हाइलाइन प्लस मैनुअल वेरिएंट की तो इसकी मौजूदा प्राइस 8.49 लाख रुपये है। वहीं इसके ऑटोमैटिक वर्जन की प्राइस 9.60 लाख रुपये है।
फोक्सवैगन इंडिया 2.0 बिजनेस प्लान के जरिए भारतीय ग्राहकों के दिल में बसाना चाहती है जगह
फोक्सवैगन कंपनी अब भारत में एक देसी ब्रांड के रूप में खुद को स्थापित करना चाहती है। कंपनी ने यहां MQB AO-IN प्लेटफॉर्म भी तैयार किया है जिसपर हाल ही में लॉन्च हुई स्कोडा कुशाक भी तैयार की गई है। वहीं अब फोक्सवैगन अपनी एक तरह से पहली मेड इन इंडिया एसयूवी टाइगन को भी लॉन्च करने की तैयारी कर रही है। इसके अलावा फॉक्सवैगन ग्रूप में इंडिया 2.0 बिजनेस प्लान के तहत भारत में और भी कई प्रोडक्ट्स लॉन्च किए जाएंगे। मगर कंपनी को भारतीय ग्राहकों के दिल में जगह बनाने के लिए खुद को उनके भरोसे पर भी खरा उतरना होगा जो इस केस के सामने आने के बाद शायद उसका हल भी निकालेगी।
Source – Team-BHP