Toyota Hybrid SUV
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हैचबैक कारों जितनी फ्यूल एफिशिएंट साबित होगी टोयोटा-मारुति की अपकमिंग SUV

सेल्फ चार्जिंग हाइब्रिड इलेक्ट्रिक व्हीकल टेक्नोलॉजी को प्रमोट करने के लिए टोयोटा इंडिया ने “Hum Hai Hybrid” नाम से एक नया कैंपेन लॉन्च किया है। इस कैंपेन के जरिए कयास लगाए जा रहे हैं कि मारुति-टोयोटा के जॉइन्ट वेंचर में बन रही मिड साइज एसयूवी काफी फ्यूल एफिशिएंट कार साबित होगी जिसका मुकाबला हुंडई क्रेटा से होगा। बता दें कि टोयोटा और मारुति की इन अपकमिंग मिड साइज को इस साल दिवाली के आसपास लॉन्च किया जा सकता है। जहां मारुति ने अपने वर्जन को YFG  कोडनेम दिया है तो वहीं टोयोटा ने अपने वर्जन को D22 कोडनेम दिया गया है। 

स्ट्रॉन्ग हाइब्रिड सिस्टम के दम पर मिलेगी टोयोटा D22 एसयूवी को हैचबैक जैसी फ्यूल एफिशिएंसी

Toyota Corolla Cross D22 Side

बता दें कि टोयोटा कैमरी और वेलफायर एमपीवी में कंपनी ने स्ट्रॉन्ग हाइब्रिड सिस्टम का इस्तेमाल किया है। अब ये हाइब्रिड सिस्टम टोयोटा अपनी D22 कोडनेम वाली मिड साइज एसयूवी में भी देगी। खास बात ये है कि मिड साइज एसयूवी सेगमेंट की ये पहली ऐसी कार होगी जिसकी फ्यूल एफिशिएंसी हैचबैक कारों के बराबर होगी। 

टोयोटा के स्ट्रॉन्ग हाइब्रिड सिस्टम की ये है खासियत 

बता दें कि एक स्ट्रॉन्ग हाइब्रिड सिस्टम में छोटा बैट्री पैक और स्ट्रॉन्ग इलेक्ट्रिक मोटर दी जाती है जिससे इसे स्ट्रॉन्ग हाइब्रिड सिस्टम नाम दिया गया है। इस सिस्टम के जरिए आप सीमित दूरी तक कार को पूरी तरह से इलेक्ट्रिक मोड पर भी ड्राइव कर सकते हैं। इसकी बैट्री कार के इंजन या रीजनरेटिव ब्रेकिंग के जरिए चार्ज हो जाती है। जैसे ही बैट्री डाउन होने लगती है तो सिस्टम पेट्रोल इंजन पर स्विच हो जाता है। भारत में जल्द लॉन्च होने जा रही होंडा सिटी हाइब्रिड में भी कुछ ऐसा ही सिस्टम दिया गया है जिसकी फंक्शनिंग को लेकर अच्छी तरह से एक्सप्लेन करते हुए हमनें एक वीडियो भी बनाया है जो आप नीचे देख सकते हैं। 

सेल्फ चार्जिंग हाइब्रिड सिस्टम वाली कारों को लंबी दूरी तक इलेक्ट्रिक पावर के उपयोग से भी ड्राइव किया जा सकता है जहां बैट्री को कंब्सशन इंजन से पावर मिलती रहती है। इसे लेकर टोयोटा का कहना है कि चूंकि कार ड्राइव करने के लिए मुख्य तौर पर बैट्री और इलेक्ट्रिक मोटर से ही पावर ली जाती है,ऐसे में हाइब्रिड मोड पर कार की एफिशिएंसी 90 से 95 प्रतिशत तक बढ़ जाती है। नतीजतन पेट्रोल/डीजल कारों के मुकाबले इस हाइब्रिड सेटअप के रहते फ्यूल एफिशिएंसी में 40 से 80 प्रतिशत उछाल आ जाता है। इसके अलावा इलेक्ट्रिक मोटर से पावर लेने से गाड़ी कम पॉल्युशन फैलाती है जो कि पर्यावरण को नुकसान ना पहुंचाने की दृष्टि से अच्छी बात है। 

हैचबैक कारों जितनी फ्यूल एफिशिएंट साबित होगी टोयोटा-मारुति की अपकमिंग SUV
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