Car Suspension Tips
ऑटो इंडस्ट्री

इन लक्षणों से पता चलता है कि आपकी Car के Suspension System में है खराबी

कारों में आपको कंफर्टेबल बैठाए रखने के पीछे सबसे बड़ा किरदार उसके सस्पेंशन सिस्टम निभाते हैं। गाड़ी का पूरा बोझ उसके सस्पेंशन सिस्टम ही झेलते हैं जिनमें शॉक एब्सॉर्बर और स्ट्रट्स दिए गए होते हैं। हममें से काफी लोग सस्पेंशन सिस्टम की मेंटेनेंस पर कम ध्यान देते हैं और बाद में फिर इसके बुरे नतीजे भुगतने पड़ते हैं। संस्पेंशन सिस्टम पर ध्यान दिया जाना उतना ही जरूरी है जितना कि गाड़ी के इंजन,ब्रेक्स और गियरबॉक्स की मेंटेनेंस पर। यदि आपके सस्पेंशन सिस्टम सही नहीं रहेंगे तो आपको केबिन में कंफर्टनैस बिल्कुल नहीं मिलेगी और साथ ही कार को हैंडल करना ही मुश्किल हो जाएगा। ऐसे में हमनें यहां कुछ ऐसे पहलुओं पर बात की है जो सस्पेंशन सिस्टम खराब होने के लक्षणों को दर्शाते हैं। यदि आप समय रहते इन लक्षणों पर ध्यान देकर अपने सस्पेंशन सहीं करवा लें तो ये आपके लिए काफी फायदे का सौदा साबित हो सकता है। तो चलिए इन लक्षणों के बारे में जानने के लिए इस आर्टिकल को आखिर तक पढ़िए।

झटके लगना

यदि आपको रास्ते में आने वाले गड्ढों और उबड़खाबड़ रास्तों पर चलते हुए केबिन तक उसके झटके बार बार महसूस हो रहे हैं तो मान लीजिए कि आपकी कार के सस्पेंशन को रिपेयर कराने की जरूरत है। यहां तक कि छोटे से छोटे गड्ढों तक पर से गाड़ी गुजरते वक्त उछाल या झटके लगे तो ये बहुत बड़ी गड़बड़ के संकेत दे रहे हैं। हो सकता है कि आपकी कार के सस्पेंशन सिस्टम में मौजूद शॉक एब्सॉर्बर की पिस्टन सिलेंडर असेंबली टूट गई हो जिसे बदलने की आवश्यकता हो। ऐसे में आपको सस्पेंशन की पूरी असेंबलिंग दोबारा से कराने की जरूरत पड़ेगी और यदि देर हो जाए तो सस्पेंशन बदलने भी पड़ सकते हैं।

मोड़ पर गाड़ी में एक खिंचाव को महसूस करना

गाड़ी घुमाते समय यदि आपको ऐसा महसूस हो कि आपकी कार में ​एक खिंचाव सा आ रहा है तो इसका मतलब उसके सस्पेंशन में कोई खराबी है। ऐसा इसलिए होता है कि आपका एक तरफ का सस्पेंशन गाड़ी के वजन के उठा नहीं पा रहा है जिसपर फिर ज्यादा जोर लग रहा है। एक्सपर्ट मैकेनिक्स की मानें तो ये काफी गंभीर बात है और ऐसा महसूस होने पर गाड़ी को तुरंत सर्विस सेंटर ले जाने की जरूरत पड़ती है। यदि इस बात पर ध्यान नहीं दिया तो गाड़ी के पलटने की संभावना भी ज्यादा बनी रहती है।

ब्रेकिंग परफॉर्मेंस बिगड़ना

कार के सस्पेंशन खराब होने का सीधा असर उसकी ब्रेकिंग परफॉर्मेस पर भी पड़ता है। ऐसे में यदि ​आपको कभी अचानक से ब्रेक लगाने पड़ जाए तो आप दुर्घटना का शिकार हो सकते हैं। सस्पेंशन खराब होने पर आप अक्सर ये भी महसूस करेंगे कि ब्रेक लगाते ही आपकी कार की बॉडी थोड़ा आगे की तरफ जा रही है। इस चीज को ‘Nose-Diving’कहा जाता है। नोज़ डाइविंग के कारण ही गाड़ी की ब्रेकिंग परफॉर्मेंस बिगड़ती है और आपकी कार का स्टॉपिंग टाइम भी 20 प्रतिशत तक कम हो जाता है। ऐसे में सस्पेंशन को सुधरवा लेने में ही भलाई है।

टायरों की शेप असामान्य होना

यदि आपकी गाड़ी के चारों टायरों में से किसी एक टायर का शेप बिगड़ा हुआ लगे या फिर वो बाकियों से कुछ ज्यादा ही घिसा हुआ नजर आए तो ये भी सस्पेंशन सिस्टम में खराबी का एक लक्षण है। ऐसे में आपको सस्पेंशन में दिए गए शॉर्क एब्सॉर्बर या स्ट्रट्स खराब हो गए हैं और उन्हें तुरंत बदलवाने की आवश्यकता है। इससे गाड़ी बैलेंसिंग और अलाइनमेंट लेवल भी बिगड़ जाता है। सस्पेंशन सही कराते समय गाड़ी का अलाइनमेंट और बैलेंसिंग भी सही करवा लें।

सस्पेंशन से ऑयल निकलना

यदि कार के नीचे झांकने पर आपको सस्पेंशन से ऑयल लीक होता दिखे तो समझ लीजिए की आपको तुरंत ही उसे सर्विस सेंटर ले जाने का समय आ गया है। सस्पेंशंस में से ऑयल लीक होने का सबसे प्रमुख कारण शॉक एब्सॉर्बर में कोई फॉल्ट होने से होता है। शॉक एब्सॉर्बर की रिपेयरिंग काफी महंगी पड़ती है। लेकिन यदि ये ठीक रहेंगे तो फिर मान लीजिए कि गाड़ी में दूसरे छोटी मोटी समस्याएं अपने आप दूर हो जाएंगी।

अपनी कार का बाउंस टेस्ट करें

इस तरीके से आप खुद ही अपनी कार के सस्पेंशन सिस्टम का परीक्षण कर सकते हैं। इसके लिए कार को एक सपाट स्थान पर खड़ी करें और कार के फ्रंट पर अपना पूरा वजन डालते हुए उसे दबाएं। इसी तरह फिर कार के पिछले हिस्से पर जाकर यहीं चीज यहां भी करें। ऐसा दो से तीन बार करने के बाद गाड़ी से आपको दो तरह का रिस्पॉन्स मिलेगा। पहला तो ये कि कार से अपने आप को दूर करने के बाद वो हिल्ना डुलना बंद हो जाएगी यानी उछाल नहीं लेगी। दूसरा ये कि जैसे ही आप कार पर अपने वजन का दबाव डालना बंद करते हैं और इसके बावजूद भी वो हिल रही है तो फिर मान के चलिए आपके सस्पेंशंस खराब हो चुके हैं। 

रिपयेर कराने या रिप्लेस कराने से पहले इन टिप्स को भी ध्यान में रखें

सस्पेंशन सिस्टम खराब होने के प्रमुख लक्षण तो हमनें आपको बता दिए हैं अब हम आगे आपको इन्हें मेंटेन करने या फिर इन्हें बदलवाने के दौरान ध्यान में रखने वाले ​कुछ अन्य टिप्स भी बता रहे हैं इसलिए आगे भी इस आर्टिकल को ध्यान से पढ़ें

कार के सस्पेंशन रिपेयर या फिर उन्हें बदलवाने के दौरान अपने मैकेनिक से गाड़ी राइड हाइट चैक करने के लिए कहें। 

मैकेनिक को केवल ओरिजनल स्पेयर पार्ट्स का ही इस्तेमाल करने के लिए कहें। यदि सस्पेंशन में नकली पार्ट्स का इस्तेमाल किया जाएगा तो फिर से वो आपको परेशानी में डाल सकते हैं। ऐसे में सस्पेंशन जैसी चीज को रिपेयर कराते वक्त या बदलवाते समय पैसों की तरफ ना देखें। बचत के चक्कर में आपको असली चीज नहीं मिलेगी जबकि ओरिजनल पार्ट लगाकर आप काफी लंबे समय तक टेंशन मुक्त रह सकते हैं। 

यदि सस्पेंशन का शॉक एब्सॉर्बर या स्ट्रट में से कोई एक चीज खराब हो गई है तो फिर हमारी राय में आप इन दोनों को ही साथ में बदलवा लें। इससे आपके सस्पेंशन सिस्टम पहले से ज्यादा बेहतर परफॉर्म करने लगेगा। 

सस्पेंशन का काम काफी बारीकी से किया जाता है और हर कोई इसमें माहिर भी नहीं होता है। ऐसे में किसी लोकल मैकेनिक के पास गाड़ी को ले जाने के बजाए एक ऑथराइज्ड सर्विस सेंटर पर ही सस्पेंशन की रिपेयरिंग कराएं। 

इन लक्षणों से पता चलता है कि आपकी Car के Suspension System में है खराबी
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