आज भी हिंदुस्तान मोटर्स की एम्बेसडर कार देखकर काफी सारे कार लवर्स के जहन में पुरानी यादें ताजा हो जाती है। आम और खास दोनों की ही पसंद रही एम्बेसडर को एक कार कलेक्टर ने मॉर्डन फीचर्स से लैस कर जब सड़क पर उतारा तो देखने वालों की आंखे फटी की फटी रह गई। किसने तैयार की ये कार और क्या खास है इसमें ये आप इस आर्टिकल में जानेंगे।
इंडियन ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री को करीब से जानने वाले हर एक शख्स के दिल में आज भी Hindustan Ambassador कार के लिए एक खास जगह है। ये भारत की First Made in India Car थी और यहां तक कि काफी साल पहले बंद हो जाने के बावजूद भी ये कार आज भी सड़कों की शान बढ़ा रही है। भारत में काफी कार कलेक्टर्स के पास आपको Ambassador कार मिल जाएगी और कई कार लवर्स ने इन्हें अच्छी कंडीशन में री-स्टोर भी कराया है। इसी तरह केरल में हिंदुस्तान एम्बेसडर को मॉर्डन फीचर्स से लैस करते हुए री-स्टोर किया गया है जिसके बारे में आप जानेंगे आगे।
उपर दी गई तस्वीर में जो आप एंबेस्डर देख रहे हैं वो केरल के रहने वाले Jinil Johnson की है। इस कार को पूरी तरह से री-स्टोर किया गया है और इसमें सभी चीजें स्टॉक कंडीशन यानी अपनी ओरिजनल फॉर्म में हैं। यहां तक कि इसके फ्रंट और रियर बंपर पर आपको भारी क्रोम एलिमेंट्स नजर आ जाएंगे। इस कार का रजिस्ट्रेशन नंबर काफी पुराना है जिसमें केवल तीन लैटर्स दिखाई दे रहे हैं। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि ये कार काफी पुरानी है।
इस एम्बेसडर के फ्रंट में क्रोम बंपर,क्रोम ग्रिल और क्रोम रिंग वाले हेडलैंप्स देखे जा सकते हैं। यहां तक कि इसका बोनट भी स्टॉक कंडीशन में है। इसके फ्रंट में एक स्पॉयलर भी देखा जा सकता है जिससे इसका लुक और भी शानदार नजर आ रहा है। एम्बेसडर कारों में ये काफी पॉपुलर एलिमेंट हुआ करता था।
इसके साइड प्रोफाइल पर गौर करें तो इसकी विंडो पर अब भी एक क्रोम लाइन नजर आ रही है वहीं टायरों पर सफेद कलर की वॉल भी देखी जा सकती है। इसके व्हील्स को ब्लू कलर से पेंट किया गया है और इसकी बॉडी पर भी इसी कलर का इस्तेमाल किया गया है। इस कलर से इसका लुक काफी मॉर्डन और स्पोर्टी नजर आ रहा है। इसके फ्रंट में कुछ auxiliary lamps भी नजर आ रहे हैं और यहां कुछ अतिरिक्त हॉर्न भी दिए गए हैं।
कुछ ऐसा रहा है हिंंदुस्तान एम्बेसडर का इतिहास
हिंदुस्तान एम्बेसडर का फर्स्ट जनरेशन मॉडल Ambassador Mark I के नाम से भी जाना जाता था। Hindustan Motors ने Morris Motors के साथ कोलेबोरेशन में इस कार को तैयार किया था जिसके बाद में Austin Motors के साथ Morris Motors का विलय हो जाने के बाद ये कंपनी British Motor Corporation के नाम से जानी जाने लगी और इसने भारत में Morris Oxford series III की मैन्यूफैक्चरिंग के लिए एक एग्रीमेंट साइन किया। ये कार Morris Oxford series III का ही प्रोडक्ट है।
Mark 1 Hindustan Ambassador सही मायनों में 1956 Morris Oxford series III का ही एक रीबैज्ड वर्जन है। इसका 1957 में शुरू हुआ था जिसके बाद 1962 में इसकी जगह Mark II ने ली। इस कार में ऑस्टिन कंपनी का 1.5-लीटर पेट्रोल इंजन दिया गया था। 1959 में इस इंजन की जगह 1489 सीसी पेट्रोल इंजन ने ले ली जो 55 बीएचपी का आउटपुट दिया करता था। हालांकि जिस कार के बारे में हमने ये स्टोरी की है उसमें इसुजु का डीजल इंजन दिया गया है।
हिंदुस्तान एम्बेसडर वाकई में अपने समय से आगे रहने वाली कार थी जो कि मोनोकॉक चेसिस वाली पहली कारों में शुमार थी। कुछ समय बाद हिंदुस्तान मोटर्स ने कई बॉडी टाइप की एम्बेसडर कारें लॉन्च की जिनमें एक पिकअप ट्रक भी शामिल था।