जल्द लॉन्च होगा इस कार का न्यू जनरेशन मॉडल
नवंबर 2021 में हुंडई ट्युसॉन को यूरो एनकैप की ओर से 5 स्टार सेफ्टी रेटिंग दी गई थी। इसके महीनेभर बाद ही लैटिन एनकैप ने इस कार का क्रैश टेस्ट किया है और इसे 0 स्टार सेफ्टी रेटिंग दी गई है। ऐसे में सोचने वाली बात ये है कि दोनों क्रैश टेस्ट में इतना बड़ा फर्क कैसे हो सकता है।
बता दें कि कि Euro NCAP द्वारा टेस्ट किया गया मॉडल ट्युसॉन एसयूवी का न्यू जनरेशन मॉडल था। जबकि Latin NCAP की ओर से टेस्ट किया गया मॉडल इस कार का ओल्ड जनरेशन मॉडल है। बता दें कि कई इंटरनेशनल मार्केट्स समेत भारत में अभी ट्युसॉन एसयूवी का ओल्ड जनरेशन मॉडल ही बिक्री के लिए उपलब्ध है ऐसे में इसे मिली ये 0 रेटिंग काफी मायने रखती है।
लैटिन एनकैप ने बताया है कि उन्होनें इस कार को फरवरी 2021 में क्रैश टेस्ट किया गया था जहां हुंडई के प्रतिनिधियों ने संस्था को जानकारी दी थी कि आने वाले दो साल तक तो इस कार का न्यू जनरेशन मॉडल लैटिन अमेरिका में लॉन्च नहीं किया जाने वाला है। हालांकि हुंडई कई इंटरनेशनल मार्केट्स में न्यू जनरेशन ट्यूसॉन को आने वाले कुछ महीनों के अंदर लॉन्च करने जा रही है।
लैटिन एनकैप क्रैश टेस्ट के नतीजे कुछ इस प्रकार रहे
फ्रंटल इंपेक्ट टेस्ट में ड्राइवर और फ्रंट पैसेंजर के सिर और गर्दन की सेफ्टी को अच्छा बताया गया है। बता दें कि ट्युसॉन के जिस मॉडल का क्रैश टेस्ट किया गया उसमें ड्युअल फ्रंट एयरबैग्स और फ्रंट कंपार्टमेंट में सीट बेल्ट प्रीटेंशनर स्टैंडर्ड फीचर के तौर पर दिए गए हैं। दूसरी तरफ इस कार में ड्राइवर और फ्रंट पैसेंजर की छाती की सुरक्षा को संतोषजनक बताया गया है।
हालांकि इस कार में ड्राइवर के घुटनों की सुरक्षा को मार्जिंनल रिमार्क्स दिए गए और ये बात पाई गई कि कार की टक्कर होने पर ड्राइवर के घुटने कुछ चीजों से टकरा सकते हैं। दूसरी तरफ इसमें फ्रंट पैसेंंजर के घुटनों की सुरक्षा को अच्छी मार्किंग दी गई। इस कार की बॉडी को स्टेबल बताया गया और ये इसे ज्यादा वजन सहने के लायक भी पाया गया।
साइड इंपेक्ट टेस्ट की बात करें तो इसमें बैठने वाले सभी पैसेंजर्स के सिर और पेट की सेफ्टी को अच्छा बताया गया। वहीं सभी के सीने की सेफ्टी को संतोषजनक पाया गया। फ्रंटल और साइड इंपेक्ट्स ट्युसॉन के इस मौजूदा मॉडल एडल्ट प्रोटेक्शन के लिए अच्छा खासा स्कोर दिया गया। हालांकि, इसमें साइड एयरबैग्स स्टैंडर्ड नहीं होने के कारण इसे ज्यादा सेफ्टी पॉइन्ट्स नहीं दिए गए।
चाइल्ड प्रोटेक्शन कैटेगरी में ट्युसॉन एसयूवी को खराब रेटिंग दी गई। इसके पीछे दो बड़े कारण सामने आए। पहला तो ये कि इस एसयूवी कार में सेंटर रियर सीट पर लैप बेल्ट ही दी गई है और दूसरा ये कि हुंडई ने चाइल्ड रेस्ट्रेंट सिस्टम का टेस्ट करने से मना कर दिया। इसमें राहगीरों की सेफ्टी को औसत पाया गया जहां लेग प्रोटेक्शन और हेड प्रोटेक्शन के लिए खराब रेटिंग दी गई।
20 लाख रुपये से ज्यादा है इसकी प्राइस
भारत में हुंडई ट्युसॉन की प्राइस 22.69 लाख रुपये से शुरू होती है जो 27.47 लाख रुपये तक पहुंचती है। भारत में काफी जल्द ट्युसॉन के न्यू जनरेशन मॉडल को लॉन्च किया जाएगा जिसकी टेस्टिंग यहां शुरू कर दी गई है।