कहा जा रहा है कि इस आइकॉनिक ब्रांड की झलक इसकी अपकमिंग बाइकों के जरिए एक बार फिर से देखने को मिलेगी जिन्हें कंपनी रेट्रो थीम पर ही तैयार कर सकती है। दूसरी भाषा में कहें तो जावा की नई मोटरसाइकिलों की तरह बीएसए की बाइकों का मेन डिजाइन फ्लेवर रेट्रो ही होगा जिसका भारतीय ग्राहकों के बीच खासा क्रेज है।
महिंद्रा एंड महिंद्रा ग्रूप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने ब्रिटिश मोटरबाइक इंडस्ट्री को फिर उठाने का बीड़ा उठाया है। इसके लिए महिंद्रा ने क्लासिक लिजेंड्स कंपनी में निवेश भी किया है। इसका ही नतीजा है कि 5 साल पहले क्लासिक लिजेंड्स ने जावा जैसे आईकॉनिक ब्रांड्स को फिर से खड़ा किया जिसके नए प्रोडक्ट्स भारत में भी बिक रहे हैं। क्लासिक लिजेंड्स एक और आइकॉनिक ब्रांड येज्दी को भी रीलॉन्च करने की तैयारी कर रही है जिसके साथ ही अब इस कंपनी की जिम्मेदारी बीएसए को भी रीलॉन्च करने की है।
किस तरह री लॉन्च होगा ये आइकॉनिक ब्रांड
कुछ रिपोर्ट्स की मानें तो बीएसए ब्रांड की लॉन्चिंग के साथ ही उसकी अपकमिंग बाइकों में 650 सीसी का पावरफुल सिंगल सिलेंडर दिया जाएगा जो अपनी टेस्टिंग के एडवांस्ड स्टेज में है। कुछ रिपोर्ट्स की मानें तो ये इंजन करीब 50 बीएचपी की पावर और 50 एनएम का टॉर्क जनरेट करने में सक्षम होगा। वहीं इस इंजन के साथ कंपनी 5 स्पीड गियरबॉक्स रख सकती है। माना जा रहा है कि सबसे पहले इस इंजन से लैस बीएसए की प्रीमियम बाइक्स यूरोप में लॉन्च की जाएगी।
बीएसए इस इंजन का उपयोग केवल एक ही बाइक में ना करते हुए काफी टाइप की प्रीमियम बाइकों में करेगी। इन बाइकों में से एक के डिजाइन को लेकर कहा जहा रहा है कि ये कंपनी की काफी पुरानी BSA A75 Rocket 3 बाइक से इंस्पायर्ड हो सकती है। इसके अलावा बीएसए की ओर से कैफे रेसर और स्क्रैंबलर बाइकें भी तैयार की जा सकती है। कहा जा रहा है कि इस आइकॉनिक ब्रांड की झलक इसकी अपकमिंग बाइकों के जरिए एक बार फिर से देखने को मिलेगी जिन्हें कंपनी रेट्रो थीम पर ही तैयार कर सकती है। दूसरी भाषा में कहें तो जावा की नई मोटरसाइकिलों की तरह बीएसए की बाइकों का मेन डिजाइन फ्लेवर रेट्रो ही होगा जो इस समय भारतीय ग्राहकों को काफी ज्यादा पसंद आ रहा है।
भारत में बीएसए बाइक्स की लॉन्चिंग पर स्थिती साफ नहीं
भारत में बीएसए बाइक्स की लॉन्चिंग अभी काफी दूर की कौड़ी साबित हो सकती है। हालांकि इस बात की जानकारी तो मिल चुकी है कि बीएसए की अपकमिंग बाइक्स की मैन्युफैक्चरिंग तो भारत में ही होगी मगर इनकी असेंबलिंग का काम ब्रिटेन में किया जाएगा। इसके अलावा बीएसए भारत में कुछ कानूनी पेंच फंसने की आशंका के बीच यहां अपने बैनर तले बाइक्स नहीं बेच सकती है। कारण,कि कंपनी यहां पहले से ही बीएसए साइकिल नाम से तरह तरह के साइक्लिंग प्रोडक्ट्स बेच रही है जो कि टीआई साइकिल्स के अधीन होकर काम कर रही है। दूसरी तरफ भारत में बीएसए सीधे ही 650 सीसी सेगमेंट में एंट्री लेती है तो उसे सबसे पहले तो रॉयल एनफील्ड की 650 सीसी बाइक की प्राइसिंग को भी ध्यान में रखना होगा। वहीं इतनी महंगी बाइक के लिए आसानी से कस्टमर बेस तैयार करना भी उसके लिए काफी चुनौतीपूर्ण होगा। इस तरह के तमाम फैक्टर्स को मद्देनजर रखते हुए तो अभी से बीएसए के भारत में किसी बाइक के साथ उतरने के बारे में कुछ भी आकलन कर पाना काफी मुश्किल है और इसके लिए हमें कंपनी की ओर से ही आॅफिशियल जानकारी का इंतजार रहेगा।