सालों के अध्ययन और संभावनाओं पर रिसर्च व पिछले कई महीनों से जारी कयासों के बाद आखिरकार कोरिया की आॅटोमोबाइल कंपनी किया मोटर्स ने भारतीय कार बाजार में एंट्री की घोषणा कर दी. किया पूरी दुनिया में अपने उत्पादों को लेकर काफी सफल हैं खासतौर पर पिछले कुछ सालों से इस कंपनी ने अच्छी ग्रोथ की है. तभी अब इस कंपनी ने भारत की ग्रोइंग मार्केट की ओर रुख किया है. पढ़े – किया मोटर्स का भारत में बड़ा निवेश, लॉन्च करेगी तीन नई कारें
आइए आपको बताते हैं किया मोटर्स के बारे में वो खास बातें जो आपने पहले कभी नहीं जाना और समझा होगा:
1. किया एक तरह से हुंडई मोटर्स ग्रुप का ही हिस्सा है. इनके पास हुंडई और जेनेसिस ब्रांड की पैसेंजर कार भी हैं. इस तरह से ये मिलकर दुनिया की चौथी सबसे बड़ी कार कंपनी बन गए हैं. इनसे आगे फॉक्सवैगन, टोयोटा और जनरल मोटर्स हैं.
2. किया दक्षिण कोरिया की सबसे पुरानी कार निर्माता कंपनी है जिसकी स्थापना 1944 में बतौर क्युंगसुंग प्रिसिजन इंडस्ट्री हुई थी. पहले ये सिर्फ स्टील ट्यूब और साइकिल के पेंच पुर्जे बनाया करती थी. 1951 में इस कंपनी ने कोरिया की पहली इंडीजिनस साइकिल द सैमचुली को बनाया था. 1957 से इसने होंडा मोटरसाइकिल्स के लाइसेंस पर बाइक बनाना शुरू किया. पढ़े – कीया स्पोर्टेज एसयूवी और सोल क्रॉसओवर हो सकती है भारत में लॉन्च
3. इसके बाद 1962 से माजदा के लाइसेंस पर ट्रक का निर्माण भी शुरू किया. 1974 में इनका माजदा के साथ समझौता हुआ और ये भी कार के बाजार में आ गए. 1970 के आखिरी और 1980 के शुरुआत तक किया फिएट और प्युगिओट्स कार को बनाने लग गई.
4. इसने अपने ब्रांड की कार को 1990 के करीब बनाना शुरू किया जब इनकी पार्टनरशिप फोर्ड के साथ हुई. 1992 तक ये ब्रांड अमेरिकी कार बाजार में बड़ा नाम बन गया.
5. पिछले साल किया किया दुनियाभर में 3 लाख कार बेची और इससे कंपनी ने लोगों के बीच अपनी एक अलग पहचान बनाई. किया मोटर्स पूरे ग्लोबल मार्केट में अपनी एक जगह बनाने में कामयाब हो रही है.