ऑटो इंडस्ट्री

शेवरले की बची कारों पर ग्राहक माँग रहे है ‘एक के साथ एक फ्री’ ऑफर

GM Chevrolet Cars India

भारत की दृष्टि से देखें तो ये देश के लिए, कार के मालिकों के लिए और डीलरों के लिए नुकसान वाली खबर है.

जनरल मोटर्स जिसे भारत में आम लोग आॅटो कंपनी के तौर पर जानती है, यहां शेवरलेट ब्रांड से अपनी कार बेचती है. कंपनी ने पिछले हफ्ते ही फैसला किया कि वह भारत में कारोबार बंद कर दिया जोकि दुनिया का पांचवां बड़ा बाजार है. ऐसे समय में जब भारत जापान और जर्मनी को पीछे छोड़ते हुए 2021 तक तीसरा सबसे बड़ा कार बाजार बनने की राह पर है, जनरल मोटर्स की ओर से की गई इस घोषणा ने पूरे आॅटो इंडस्ट्री को चौंका कर रख दिया.

हालांकि जनरल मोटर्स के लिए ये कोई नई बात नहीं. पिछले कुछ सालों में कंपनी ने यूरोप, रूस और दक्षिण अफ्रीका से भी कारोबार को बाय बाय कर दिया है. ब्लूमबर्ग के मुताबिक, जनरल मोटर्स की सीईओ मैरी बर्रा जब से अमेरिका की इस टॉप कार मेकर कंपनी की टॉप पोजिशन पर आईं हैं, तमाम देशों में स्थापित 13 प्लांट्स को बंद कर चुकी हैं.

इस कार की रीसेल वैल्यू भी गिर जाएगी
भारत की दृष्टि से देखें तो ये देश के लिए, कार के मालिकों के लिए और डीलरों के लिए नुकसान वाली खबर है. भारत के लिए बुरी खबर इसलिए है क्योंकि अमेरिकी कार निर्माता कंपनी यहां एक बिलियन डॉलर का निवेश करने वाली थी.

भले ही कंपनी अपने ग्राहकों को ये भरोसा दे रही है कि वह उन्हें सर्विसेज और रिपेयर पार्ट्स मुहैया कराती रहेगी लेकिन इतना तो तय है कि कार की री—सेल वैल्यू बहुत तेजी से नीचे आ जाएगी.

वीडियो – क्या होगा मौजूदा कस्टमर्स का?

अब इस परिस्थिति में नई कार खरीदने की सोच रहे लोग फायदा भी उठाना चाहते हैं. दिल्ली में एक शेवरलेट शोरूम के सेल्स मैनेजर ने बताया कि उनके पास ऐसे लोग आ रहे हैं जो ये मांग रख रहे हैं कि उन्हें कार 50 प्रतिशत के डिस्काउंट पर चाहिए. और तो और कुछ लोग तो एक कार के साथ एक और कार फ्री का भी आॅफर मांग रहे हैं. शोरूम के मैनेजर के मुताबिक वे अब बची हुई कारों को बेच नहीं पा रहे हैं.

अमेरिकी कार निर्माता कंपनी वर्तमान में बीट, क्रूज, तवेरा, सेल और कैप्टिवा जैसी कारों को भारत में बेच रही थी. अब वह अपने तेलगांव मैनुफैक्चरिंग अब से कार निर्माण तो करेगी लेकिन सिर्फ एक्सपोर्ट करेगी. 2006 में जनरल मोटर्स ने खराब बिक्री के कारण ओपल ब्रांड को बंद कर दिया था.

जनरल मोटर्स भारत में अपने डीलर्स के भविष्य को लेकर अगला फैसला गुरुग्राम में होने वाली कंपनी के बोर्ड मेंबर्स की बैठक में करेंगे. तब तक उनसे 31 मार्च 2017 तक कार के स्टॉक को बेचकर खत्म करने का काम दिया गया है.

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